Sunday, October 23, 2022

jitne qanoon hain kale unhen toda jaye Naseem Azmi

जितने क़ानून हैं काले उन्हें तोड़ा जाए 
मुत्तहिद होके वतन आओ बचाया जाए

या ख़ुदा छीन ले बीनाई मेरी आँखों की 
हर तरफ़ बहता हुआ ख़ून न देखा जाए

जो भी मुजरिम हैं उन्हें दीजे सज़ायें लेकिन
बेगुनाहों को यूँ जेलों में न डाला जाए

बाद में आप जो चाहें वो सियासत कीजे
पहले भूकों के लिए खाना परोसा जाए

अपने इस मुल्क की अज़मत को बचाने के लिए
पहने इन गुंडों को संसद से निकाला जाए